सुबह हो चाहे हो शाम, हरपल लेते हैं तेरा नाम। चाहे खुद हो जाएं बदनाम, नाम तेरा नहीं लेंगे सरेआम ।। Rizwan Ahamad Faizi #tera_naam सुबह हो चाहे हो शाम