जिक्र करें कोई मेरा तो गुस्सा नहीं होना बस थोड़ा सा मुस्कुरा देना, बहुत प्यार है उससे इसलिए दूर जाना है, उसे कुछ अपने सपने पूरे करने है, कुछ उसे अपनी इज़्ज़त ज्यादा प्यारी है, मुझे उससे ज्यादा प्यार है इसलिए दूर जाना है, उसको इज़्ज़त बचानी है अपनी और मुझे उसका आत्म सम्मान बचाना हैँ बहुत प्यार है उससे इसलिए दूर जाना है, अपने सारे रिश्ते याद है उसे कैसे निभाना है बराबर उसे आता है बस मुझे छोड़ कर,पर कोई नहीं वो खुश है बहुत आज कल मेरे बिना भी,वो कहते है ना अब में उसे खुश भी ना देखु तो मोहोब्बत कैसी, अब आगे कुछ नहीं कहना कलम साथ नहीं दे रही उसी की ख़ुशी के खातिर उसको छोड़ जाना है बहुत प्यार उससे इसलिए दूर जाना है !! में उसे खुश भी ना देखु तो मोहोब्बत कैसी 🙂