कुछ ऐसी मजबूरियां थी जो राखी बांधने ना आ पाई भेजी जो राखी तुमको संग में ढेरों दुआएं हैं मैंने सजाई मेरे भाई के परिवार की बगिया सजी रहे जो भाभी ने सजाई सुख समृद्धि बनी रहे और खुशियों की बाजे सदा बधाई दूरी कदमों की है भैया मन में दूरी कभी ना आए ईश्वर से विनती है मेरी प्यार हमेशा रखें बनाए ©Anita Mishra #rakshabandhan Praveen Jain "पल्लव"