यूं हल्की हल्की बारिश का बरसना मार डालेगा, यूं तेरे हाथो से बालों का उलझना मार डालेगा, एक तरफ भीगी हुई तुम, एक तरफ गिरा हुआ, झोपड़ा, मेरा वक़्त के इस मुफ़लिसी को परखना मार डालेगा, -IG/writer_ar_official #midday #poetry