संग गुज़री यादों को अब भुलाया नहीं जाता ! दिल में जगे जज़्बातों को अब सुलाया नहीं जाता !! झेल लिए ढेरो सितम उनके हर घड़ी,हर डगर, मगर मासूम-सी उनकी सूरत देख बेवफ़ा उन्हें बुलाया नहीं जाता !! जी करता कि ग़मों से भर दें झोली उनकी हम, जबकि जो सच कहें तो पलभर भी उन्हें अब रुलाया नहीं जाता !! की हैं लाख नाकाम कोशिशें उनसे दूरियाँ बनाने की, पर चाहे भी हमदर्मियान ये अनूठा नाता अब छुड़ाया नहीं जाता !! पड़ जाएँ कितनी ही कुदरती बंदिशें इस गुलशन-ए-वफ़ा पर, फिर भी प्रीति का गुल यूँ ही तो मुरझाया नहीं जाता !! ज़िंदगी को मुहय्या हुई हर खुशहाली रहमत-ए-खुदा से, पर बगैर उनके इस दिल को कुछ अब लुभाया नहीं जाता ! इश्क़ करना छोड़ दो कहते ये ज़मानेवाले, मगर रोम-रोम में रौशन चिराग-ए-मोहब्बत को अब बुझाया नहीं जाता !! ~सचिन अ. पाण्डेय ‘सत्यवीर’ #NojotoQuote संग गुज़री यादों को #loveshayari #lovepoetry #sadpoetry #emotionalpoetry #hearttouchingpoem #sadlovepoem #breakuppoetry #sach #sachinpandeypoetry #hindipoetry