कुछ ऐसा होता तो कैसा होता, तू सिर्फ़ मिरा होता तो कैसा होता, तिरी तरह है ख़्वाब आँखो में मिरे, सच्चा नहीं होता कभी झूठा नहीं होता, होता नहीं जवाब सवालों का मिरे, ऐसा नहीं होता कभी वैसा नहीं होता, तिरे बारे का गम कुछ हल्का होता, गर वो रो लेता तो जरा अच्छा होता, ये मंजर न गुजरे जुदाई का तिरी, काश उस दिन तुझ से मिला न होता, — Kumar✍️ ©Kumar #कैसा_होता #नोजोतोहिन्दी #nojotowriters MiNaKsHi GoYaL indira Amita Tiwari Monika rathee Darshan राaj...✍ #अंकित_सारस्वत #कवि_राहुल_पाल sheetal pandya मेरे शब्द Sheetal Buriya