Life Like पल्लव की डायरी कोई नही पनप रहा है जहर हवा पानी मे है लोभ लालच की नीयत पाले केमिकल्स के दायरे में जीवन है जानलेवा खाद्यान्न हो गये रोगी सबको बनाते है दवाइयों के सहारे दिन गुजरते जो विकलांग अंग अंग बनाते है जन्म मरण अब नार्मल नही होता वेंटीलेटर पर मौत और जन्म पेट चीर कर होता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Lifelike जन्ममरण अब नार्मल नही होता