“Valentine's Day” रचना नंबर 8 लफ्ज़ों से कहांँ बयांँ होती हैं प्यार की बेचैनियाँ ये तो बस महसूस की जाती हैं दिल की धड़कनों से इश्क़ की उम्र नहीं होती ना ही होता समय या कोई दौर इश्क़ तो इश्क़ है जब होता तब बेपनाह और बेहिसाब होता है जब प्यार दिल के क़रीब दिल दुआ करता वक्त यहीं रुक जाए सिर्फ़ एक ही तमन्ना हसरत बन गई जो थी सिर्फ़ दोस्ती वो मोहब्बत बन गई कुछ इस तरह शामिल हुए ज़िन्दगी में वो मेरे दिल और ज़िन्दगी को अब आपकी आदत सी हो गई दिल के कोने से बस एक ही आती है आवाज़ ये दिल मेरा मर मिटा है उनकी सादगी पर अब मेरे सांँसों पर अब तेरा हक़ हो गया ऐसे ही यूँही ज़िन्दगी भर हमारे प्यार का वैलेंटाइन्स डे मनता रहे। — % & #kkdrpanchhisingh1 #कोराकाग़ज़ #जश्न_ए_इश्क़ #kkजश्न_ए_इश्क़ #विशेषप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ #kkvalentinesweek2022