हर नफरत को तुम नाकाम बनाना मिलकर संग एकजुट हो जाना लहरा के तिरंगा उस गगन में तुम आजादी का नग़मा हर एक को सुनाना ऊंच-नीच, रंगभेद, धर्म-जात से तुम परे हो जाना आए आंच जब कभी तिरंगे पर मुट्ठी बांधकर एकता का प्रतीक हैं जाना और हां जरा इन अफवाहों के हलचल से खुद को जागरूक कर जाना हर नफरत को तुम नाकाम बनाना मिलकर संग एकजुट हो जाना ©R...Khañ #IndependenceDay #एकता#का #प्रतीक🤝✊🤝