आने वाला पल उगे खुशहाली का सूरज, गम की कोई शाम न हो। मिले हर कदम पर विजय श्री, विफलता कही नाम न हो।। हर दम आपके चेहरे पर खुशी और मुस्कान खिले। तन्हाइयों के सरगम में, प्यार की मीठी तान मिले।। कवि रामदास गुर्जर #days #30