भरी महफिल से अलग एक सुनसान रास्ता हूँ मैं हजारों नाम है यहाँ पर फिर भी गुमनाम सी हूँ मैं सुबह का तो पता नहीं पर एक अधूरी शाम हूँ मैं किसी की ख्वाईश पूरी करने वाली खुशी नहीं दर्द से भरा समुंद्र हूँ मैं दिन में चमकता सूरज नहीं एक काली रात हूँ मैं एक खूबसूरत मौसम नहीं भयंकर बरसात हूँ मैं जिंदगी के सफर में किसी की हमसफर नहीं बस एक मुसाफिर हूँ मैं जिंदगी भर का साथ नहीं बस कुछ पल का एहसास हूँ मैं जो भी हूँ पर अपने लिए बहुत ही खास हूँ मैं ©Khushi Rajput #khushi I also love me