"चल दूर चलें एक प्रेम नगरी में, ' प्रेम का गांव मीठी सी छांव, 'फूलों से भरी है ये मेरी नाव, 'मैं तेरा माही बन जाऊं, 'तू मेरा साहिल बन जा, 'आ रख कदम इस नाव में, 'रात के अंधेरे में, 'चुपके चुपके छुपते छुपाते, 'मेरे संग ऐसे सफर में चल, 'वीरान राहें सुनसान रातें, 'बेरंग जिंदगी में चल कुछ अजब कर, 'चल तुझे ले चलते हैं प्रेम नगरी में, 'फरिश्तों के गांव में, 'कुछ तो जज्बात मेरे समझ, 'कुछ तो विश्वास मुझ में रख, 'मेरा हमसफ़र बन जा, 'तेरी जिंदगी में खुशियों से, 'भरा मेहताब जला दूंगा, "चलो एक हंसी सफर पर ले चलते हैं।दो प्रेमियों की प्रेम भरी दास्तान सुनाते हैं। "पूरी कविता नीचे कैप्शन में है,, "चल दूर चलें एक प्रेम नगरी में, ' प्रेम का गांव मीठी सी छांव, 'फूलों से भरी है ये मेरी नाव, 'मैं तेरा माही बन जाऊं,