किताबें अक्षरो का घ्यान ना, पर शब्दो का वजुद तो बिखरा पडा गुम नाम पन्नो में कोई तो था जो महीन निगाह से देख उठाकर रख दिया इतिहास के पन्नो में आगाज में भटकी पीढी आगाज करेगी देखकर गलती को इतिहास के पन्नो में समझदारो के हाथ में आकर वो पन्ने ओरो के वजुद को अपने वजुद से चमकाएंगे इतिहास के पन्ने