पार्ट-वन में जलियांवाला बाग उपेक्षित क्यों है,लाइट साउंड शो के लिए पीएम पैसे नहीं दे रहे हैं इसलिए नहीं हो पा रहा, स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के लिए पैसे हैं, ऐसे डायलॉग, ओके। पार्ट-टू में इसे शोक स्मारक बताते हुए इसे आकर्षण स्थल में बदलने से इतिहास की गंभीरता कम होने का खतरा बताया है,ओके। निष्कर्ष- आपने बाप-बेटे-गधे वाली कहानी सुनी है ना ? दोनों पैदल क्यों?दोनों गधे पर क्यों ? बाप को पैदल ? बच्चे को पैदल ? दोनों मासूम जानवर पर ? असल- में मिर्ची जलियांवाला बाग में पीएम के खर्चे से नहीं लगी है, असल कारण है इसके ट्रस्ट के अध्यक्ष "कांग्रेस अध्यक्ष" ही होता था और अब कानून पास कर इसमें बदलाव कर दिया गया है। 🇮🇳 जय हिंद 🇮🇳 सिस्टम में जड़ तक फैले हुए हैं भ्रष्टाचारी, हटा दिया तो हंगामा जारी। #yqdidi #जालियांवाला_बाग़ #jaliyanwalabaagh #jalianwalabhag