पाने की कोई चाहत न थी फिर भी खोने भय बना रहता है, कह दो ना क्या यही प्रेम है मिलने की कोई उम्मीद नहीं फिर भी एक बूंद इश्क़ की आस लगी रही, कह दो ना , क्या प्रेम यही है साथ तो कभी मिला नहीं , फिर भी बिन आपके जिये तो जिये कैसे दिल में है सवाल यही कह दो ना क्या प्रेम यही है ©Sapna bisht tum or tumhara pyar #holdmyhand