जिंदगी में धुँआ ही धुँआ है चारो और वफ़ा से बेवफा निकली यही सोर है चारो और कुमार महेश"माही" जिंदगी में धुँआ ही धुँआ है चारो और वफ़ा से बेवफा निकली यही सोर है चारो और कुमार महेश"माही"