इतना अंधेरा हो गया जिंदगी में कि अब उजालों में डर लगता है। धोखे मिले इतने राहों मे कि अब अपनी परछाई से भी डर लगता है। अंधेरा ही सही है जहाँ चेहरे तो नजर न आता है। ✍️ राकेश #RaysOfHope #poeme