सोज़ ए दिल अश्क़ फिशानी से निकल सकता है! ये अजब जहर है पानी से निकल सकता है! रोने वालों को इजाजत है कहानी में रहें! जिसको हंसना हो कहानी से निकल सकता है! # syed ali qaim naqvi# ©zeem Khan #syed ali qaim naqvi poetry# A