कोविड-19 में विश्व भर में लाखों लोगों की मौत और उसकी आर्थिक और पाठक के बाद से ही यह स्पष्ट हो गया कि द्वितीय विश्व युद्ध और उसके बाद शीत युद्ध के जटिल घटनाक्रम के जरिए अस्तित्व में और वैश्विक व्यवस्था अंदर कर आने लगी है जिसमें अमेरिका वैश्विक सुरक्षा का गारंटर हुआ करता था जब कोविड-19 के रूप में फैला तब अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप सत्ता में थे उनका बार-बार यह कहना कि वैश्विक सुरक्षा और चीन के लिए जाहिरी चरमपंथी सबसे बड़ा खतरा है जब चीन की ओर से कोरोनावायरस को लेकर विश्व में जानकारी छापने के चलते महामारी फैली तो ट्रंप हाथ धोकर चीन की जवाबदेही तय करने के लिए उसके पीछे पड़े परंतु इस बीच में अमेरिकी चुनाव में उन्होंने जो भी वार्डन के नेतृत्व में वामपंथी उदारवादी शक्तियों के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा वार्डन ने सत्ता में आते ही सारी अमेरिकी शक्ति चुनाव से हटाकर उसके और लगा दी तोते विश्व युद्ध में भी पिछली जमीनी कि यूरोपीय देशों को फिर से जीवित करने में लगा गए और उसके नेतृत्व वाली वार्ता संधि के देशों के संयुक्त सैन्य शक्ति से मध्य यूरोप के बीच अस्तित्व में आया कि सदी के आखिरी दशक में सोवियत संघ के विघटन के बाद से हो गया अब उसके विस्तार की आवश्यकता नहीं बची थी इसके बावजूद अमेरिका नाटो का विस्तार यूरोप में उसकी ओर करता है ही गया 1998 के बाद पूर्वी यूरोप के देशों का सदस्य बन गया जबकि घायलों को अमेरिका की ओर से मुख्य अवसर मिला था कि ©Ek villain #विश्व व्यवस्था बदलने वाला यूक्रेन संकट #Nofear