टोटका करती हो या कोई तिलिस्म है! तेरी अदाओं के जादू की उम्दा क़िस्म है। मुस्कुराकर देखो तो चहक जाता हूँ! तेरी साँसों की ख़ुश्बू से महक जाता हूँ। जब भी आती हो क़रीब धड़कनों के! मैं तेरी क़सम बहक जाता हूँ। #तिलिस्म #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ तमाम करामात दिखाते रहे मुझको ऐ-ख़ुदा, पर तुम कोनसे तिलिस्म से उनको बनाए हो। डूब जाता हूँ आँखों में भटकती कस्ती सा! मझधार में ये कैसा तूफ़ान लाए हो। 😁😍😍💆