प्रगति पथ पर चलते चलते, अभिमान को गले लगाना ना। जो ज्वाला धधकती है हिय में, उस को कभी बुझाना ना। इन अश्रु भरे आंखो का तुम, सब मान करो सम्मान करो। मात पिता गुरुजनों का मन, दिल को कभी दुखाना ना। सुप्रभात। साहसी बन, हो निडर प्रगति पथ पर सदैव रहे तू अग्रसर। #प्रगतिपथ #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi