कितनी खूब सूरत है आपकी ये आंखे, और इनसे भी खूबसूरत आपकी ये नज़र। किसी धनुषधारी के धनुष जेसी आपकी आंखे, और उस से छूटता हुआ बाण है आपकी नजर। आंखों के आस पास ललाट के ऊपर, बसा है एक बिंदी नाम का सुंदर नगर। आंखे तो यूं ही बदनाम है कातिल नाम से, असली कहर तो उस बिंदी ने ढा रखा है। लोग कहते ये उसका ज्यादा मूल्य नहीं, हम तो दे दे अपना सब कोई पूछे हमसे अगर। अब जिसको आपने अपने सर आंखों पर सवारा, उसकी कीमत हम भला कैसे कर सकते है। आपकी आंखे मुझे और बोलने को कहती है, मगर ये माथे का चांद पूर्ण विराम कह देता है। ©A P #biindi #taarif