मन करता है, आज फिर से जी लू यह जिंदगी, तोड़ दु यह सारी बंदिशें और, जी लू हर एक लम्हा खुशी से। मन करता है, आज उड़ जाऊं ऊंचे गगन तले, छू लूं यह बादल और, खो जाऊँ प्रकृति की गोद में। पता नहीं आज क्यू दिल मेरा झूम उठा, ये किसी के दस्तक का संकेत है, या अंदरुनी खुशी छलकी है मेरे मन की, के आज डूब जाऊं जिंदगी के रंग में। मन की भावनाएं निरंतर होती है, हमेशा नए-नए ख़्वाब बुनती ही रहती है, आज ये करूं, आज वो करूं, मन के रस को पीकर, मन की भावना संतोषे, और जिंदगी हमेशा खुशी खुशी जिए। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-822 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।