प्यार का एहसास वो अकस्मात् नैनो का मिलना, जैसे व्यग्र मन में मृदुवात का आना, वो तेरे दरस मात्र से हृदय में, गुंजित स्पन्दंन का बढ़ना, रजत सपनो में पुलक चाँदनी का खुमार सा छा जाना, जैसे हृदय के तम पुंज में ललिततम्-आलोक का जलना, शायद वही है मेरे प्रीत का अहसास पहला। #nojotoApp #nojotohindi #Decemberchallenge #Day14 #poetry मृदुवात-कोमल हवा, गुंजित स्पन्दंन - गुंजन युक्त धड़कन, रजत सपनो- सुखपुर्ण कल्पना, पुलक चाँदनी- मुस्कान भरी चाँद की रोशनी, तम पुंज- अंधकार समूह, ललिततम्- रमणीय(सुन्दर), आलोक प्रकाश।