"हम लड़के शायद ऐसे ही होते हैं,बड़े आराम से टार्गेट कर लिए जाते हैं। लम्पट,आवारा और भावनाशून्य कोई भी आँख बंद करके गलत ठहरा जाता है। लड़कों को कभी फर्क नही पड़ता कोई हमारे बारे में क्या सोचता है, क्या बोलता है। लड़के गालियाँ देते हैं, लड़कियों को देख कर मुस्कियाते हैं। सिर्फ मुस्कियाते हैं, अच्छी लगी तो ताड़ते हैं लेकिन वो घूरते नही हैं ,घूरते अंकल लोग हैं। ढीठ की तरह, बेशर्मों की तरह मुआयना करते हैं..स्कैन करते हैं..X-ray निकालते हैं। लड़के ताड़ते हैं, इयररिंग-बैग-स्लीवलेस टॉप और पेन्सिल सी हो रखी जींस में लडकियां दिखती कैसी हैं ?? "मैंने एक लड़की को वैसी चप्पल पैने देखा था, कांचा पीस था रे भाई मस्त सैंडिल लग री थी ,मैं वैसेइ एक घर ले जाऊँगा इस बार" सड़क पर ही एक दोस्त कह रहा था। हर बार लड़के आप में कुछ गलत भी नही ढूंढ़ते। वो इमोशनलेस होते हैं, भावनाशून्य होते हैं। गालियाँ देते हैं, झगड़ते हैं, उनके कान पर जूँ नही रेंगती, तीन-तीन दिन तक नहाते नही हैं। हमेशा लड़किओं की बात करते हैं(आजकल मोदी की ) , शराब पीते हैं, सिगरेट पीते हैं, उन्हें शर्म नही आती, उन्हें रोना नही आता, उन्हें सलीका नही आता। आप बीमार तो पड़ कर देखो, वो रात को दो बजे तक आपके सिर, पैर दबाते बैठे रह सकते हैं। वो किसी बात पर कान नही देते-ध्यान नही देते, पर आप सड़क पर चलते हुए मोबाईल पर बिजी होकर तो देखो गालियाँ देते रहेंगे। मन करे तो उनके साथ आप आँख बंद करके चलो,मजाल कोई गाड़ी छू भी जाए,वो आपकी बाते नही समझते पर उसी सडक पर चलते हुए आपको हमेशा बाएं रखकर पटरी पर चलते हैं,खुद को गाड़ियों की तरफ रखते हैं लड़के लापरवाह होते हैं न! आपको उनकी गालियाँ अच्छी न लगें पर रोज दरवाजे पर आकर लतिया कर 'उठ बे हरामखोर' न कहें तो नींद ही नही खुलती। लड़के कमीने होते हैं,पर महंगे होते हैं। उनके आँसू भी महंगे होते हैं, इमोशन भी महंगे होते हैं। सिर्फ उनके लिए निकलते हैं जो Deserve करते हैं...!!! हम लड़के ही ....