प्रेम का रिश्ता गर इज़ाज़त दिल की ना हो खिलते नही खिलती गुल ऐ बहार ज़िन्दगी गर बीच मे प्यार ना हो Full Read in Caption 👇👇👇 कहते नही बनता प्रेम का रिश्ता गर इज़ाज़त दिल की ना हो खिलते नही खिलती गुल ऐ बहार ज़िन्दगी गर बीच मे प्यार ना हो