मैं सौएब अख्तर की यार्कर हूं ,तुम बड़े सचिन का बल्ला हो! मै Lockdown की डिस्टेंसिंग हूं, तुम ठेके पर मचता हल्ला हो! मैं 20 रूपये का पव्वा हूं, और तुम ढंग की महंगी वाइन प्रिये! मै ठेका देसी दारु का,तुम उसकी लंबी लाइन प्रिये! तु लहराती उस दिल्ली सी, मै मुन्डा फगवाड़े का! पूछो ना तेरे चक्कर में क्या हाल हुआ पिछवाड़े का! ये दारु वारु छोड़ो तुम,फिर से पकड़ो एकांत प्रिये! वरना तेरे ठर्रे से , हो ना जाए देहांत प्रिये ! #Lockdown Anshika