वो तेरा हो गया। सपनों का परिंदा उड़ते उड़ते सवेरा हो गया। खो गई थी मैं, खो गए थे सपने, आंखे बंद करते ही लम्हा लम्हा सिर्फ तुझमें।। फिर अचानक नींद खुली और सांस चढ़ी, लगा कि मैं कहीं तुम्हारे पास खड़ी। फिर कानों में मां की आवाज पड़ी, कहाँ खो गई है मेरी फुलझड़ी। नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳