जुल्फ हटा लो अपने रूख से चांद निकल आने भी दो. इस बेदर्द अँधेरे में तुम इक समाँ जल जाने भी दो. लम्हा भर को पास बैठकर दिल हमको बहलाने भी दो. गरम गरम साँसों के नीचे थोड़ा समय बिताने भी दो. मन का आसमा है सुना प्यार के बादल छाने भी दो. अपने दिल में तीर हमारी आँखों का गड़ जाने भी दो...!!!