अजनबी सा लगता है अपने ही घर मे, जब से छुट्टियों मे आने लगे है, जो चीजे मालुम होती थी रखी कहा है, उसे ही ढूंढने मे समय लगाने लगे है, ये कहा है वो कहा है, बस यही पूछने मे वक्त गवाने लगे है, घुम आते थे कही भी दोस्तो के साथ पहले, अब मिलने के लिए वक्त निकालने लगे है, डाट अब हम कम खाने लगे है , क्योंकि अब हम सिर्फ त्योहारो की छुट्टीयो पर ही घर आने लगे है...... #छुट्टियों_मे_घर_जाने_लागे_हैं_....