अमावस्या रात भी पूनम की रात में तब्दील हो जाती हैं , जब तू छत पे चली आती हैं । खिलते फूलों में भी नमी छा जाती हैं , जब तू शरमा जाती हैं । रेगिस्तान भी हारा भरा हो जाता हैं , जब तू मुस्कुरा देती हैं । आसमान के चांद सितारे भी बादलों में छुप जाया करते हैं जब तू नजर आ जाती हैं ।। - - एस.एस.आर.स्टाइल 😎😎 जब तू नजर आती हैं ......