मज़हब भी किनारा कर गया इन मज़हब वालों से हिन्दू क्या मुस्लमा बैठे वनाकर वहाने नफ़रत जलाने की औकात नहीं किसी मे आ जाते हे शहर जलाने ✍️बलजीत चौहान रतिया #हलात अवनीश पाण्डेय Khan Perfect deepshi bhadauria