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अब रुक जा सनम तेरी ये बेवफाई सही। ना जायेगी मूछसे

अब रुक जा सनम
तेरी ये बेवफाई सही। ना जायेगी मूछसे 
वफा थोड़ा हमसे तो सीख लेते ये गालिब 
इस्क के मौसम बार बार नहीं आया करते । इश्क के मौसम बार नही आया करते
#कला #बाते
अब रुक जा सनम
तेरी ये बेवफाई सही। ना जायेगी मूछसे 
वफा थोड़ा हमसे तो सीख लेते ये गालिब 
इस्क के मौसम बार बार नहीं आया करते । इश्क के मौसम बार नही आया करते
#कला #बाते