नफ़रत की दुनिया में एक नई रीत चलाऊंगा प्रेम के सागर में डूबूगां और प्रेम के गीत सुनाऊंगा। दुनिया चाहे जो समझे परवाह नहीं होगा मुझको ख़ुदा के हर बन्दे को अपना मीत बनाऊंगा, प्रेम के सागर में डूबूगां और प्रेम के गीत सुनाऊंगा। सबको पड़ी है जीत अपनी यहां हारना कोई ना चाहे मैं हार कर खुश हो जाऊंगा अपनी हार को जीत बनाऊंगा, प्रेम के सागर में डूबूगां और प्रेम के गीत सुनाऊंगा। नफ़रत की दुनिया में एक नई रीत चलाऊंगा प्रेम के सागर में डूबूगां और प्रेम के गीत सुनाऊंगा। दुनिया चाहे जो समझे परवाह नहीं होगा मुझको ख़ुदा के हर बन्दे को