हर दिन ऐसा हो हर इन्सान के पास पैसा हो, पैसा ही पैसा हो जो नाराज बैठा हो वो भी हँसा हो, कोई किसी जिदगी में ना बसा हो उसे बस अपने आप का पता हो, ना किसी से गिला शिकवा हो अपने आप की जिदगी सवारने में लगा हो, किसी के इंतजार में ना किसी इज़हार खुद के और अपने माँ के प्यार में हो, वक्त कि किंमत और अपनो के प्यार कि किंमत का बस उसे पता हो, उस रब को भी दिल में रखता हो रख पर भरोसा भी पुरा रखता हो, हर दिन ऐसा हो हर इन्सान के पास पैसा हो, पैसा ही पैसा हो जो नाराज बैठा हो वो भी हँसा हो, कोई किसी जिदगी में ना बसा हो उसे बस अपने आप का पता हो,