ख़ेल उनका था या वक़्त का, समझ न सके.., पर बाज़ी-ए-बिसात बेमिसाल बन गयी..। निकले थे ज़वाब ढूँढने ज़िन्दगी के सवालों का.., ज़िन्दगी मेरी ख़ुद ही सवाल बन गयी..? #Life #Love #Question