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एक सन्नाटा सा छा गया चहुँ ओर है , मेढकों का थम सा

एक सन्नाटा सा छा गया चहुँ ओर है ,
मेढकों का थम सा गया जैसे शोर है !

बारिश जब हुई जनता के मतदान की ,
नमो नमो का ही देखो चहुँ ओर शोर है !

बाढ़ सी आ गई कचड़ा सारा बहा ले गई ,
अब कल कल बहती नदिया का शोर है !

न बूँद बची इनकी आँखों में आंसुओं की ,
छुप छुप के रोते रोने का भी नहीं शोर है !

बेच के शर्म जो छाती तान खड़े होते थे ,
जमानत भी जब्त हो गई ऐसा शोर है !! एक सन्नाटा सा छा गया चहुँ ओर है ,
मेढकों का थम सा गया जैसे शोर है !

बारिश जब हुई जनता के मतदान की ,
नमो नमो का ही देखो चहुँ ओर शोर है !

बाढ़ सी आ गई कचड़ा सारा बहा ले गई ,
अब कल कल बहती नदिया का शोर है !
एक सन्नाटा सा छा गया चहुँ ओर है ,
मेढकों का थम सा गया जैसे शोर है !

बारिश जब हुई जनता के मतदान की ,
नमो नमो का ही देखो चहुँ ओर शोर है !

बाढ़ सी आ गई कचड़ा सारा बहा ले गई ,
अब कल कल बहती नदिया का शोर है !

न बूँद बची इनकी आँखों में आंसुओं की ,
छुप छुप के रोते रोने का भी नहीं शोर है !

बेच के शर्म जो छाती तान खड़े होते थे ,
जमानत भी जब्त हो गई ऐसा शोर है !! एक सन्नाटा सा छा गया चहुँ ओर है ,
मेढकों का थम सा गया जैसे शोर है !

बारिश जब हुई जनता के मतदान की ,
नमो नमो का ही देखो चहुँ ओर शोर है !

बाढ़ सी आ गई कचड़ा सारा बहा ले गई ,
अब कल कल बहती नदिया का शोर है !