Unsplash ठंडी रात है, चांद भी खामोश सा है, इन सर्द रातों में कोई एहसास जगा सा है, तेरी यादों का कंबल ओढ़े लेटी हूं, जैसे तेरे होने का एहसास हर जगह में है, ठंड भरी ये रातें कष्ट दे जाती है, लेकिन तेरा अहसास मात्र ही...... आराम दे जाता है।। ©Akriti Singh #तेरा एहसास