दो दिन के देशभक्त तू रहने दे, तुझे क्या फर्क पड़ता है, जिनका अपना मरता है, सोच उन्हें कैसा लगता है। तो यह उकसाने वाली बयानबाजी बंद कर, बंद कर, बंद कर, सेना अपने तरीके से जवाब देगी, तू चिंता मत कर, मत कर, मत कर। हो सके तो बस, उनके परिवार वालों की मदद कर, मदद कर, मदद कर। तू उन्हें सुनना सीख क्योंकी.. मां की कोख, बाप का कंधा, बहन का भरोसा, भाई का दोस्त, बीवी का सिंदूर या प्रेमिका का प्रेम, जब समय से पहले मरता है, तो वह दर्द कभी नहीं भरता है। #फर्जी_राष्ट्रवाद #फर्जी_राष्ट्रवादी #pulwamaattack दो दिन के देशभक्त तू रहने दे, तुझे क्या फर्क पड़ता है, जिनका अपना मरता है, सोच उन्हें कैसा लगता है। तो यह उकसाने वाली बयानबाजी