गैरों के दर्द में खुद को डुबाकर देखा, जज़्बातों के समंदर में नहाकर देखा, बाद में सिर्फ़ सजल ही रह गये नयन, जब चेहरा इस जग का, उजागर देखा! ..... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey उजागर.. #beingoriginal #NojotoHindi