घर का रास्ता वो पगडंडी, वो हरियाली ओस की बूंदें, चारदीवारी मित्र-मंडली, वही बवाल बाग आम के, नदिया ताल गांव का रास्ता, मुझे पुकारे क्यों सूने हो गए, ये घर-द्वारे? #Family #dixitg 'घर का रास्ता'