ख्वाबों की बस्ती में मेरे ख्वाबों का डेरा है, कुछ ख्वाब तेरा है और कुछ ख्वाब मेरा है। मिलकर हमें अपने ख्वाबों को पूरा करना है, ख्वाबों के बिना हम सबका जीवन अधूरा है। काश! जिंदगी ख्वाबों सी हंँसी खूबसूरत होती, पर यहांँ आज इस, कल उस ख्वाब का बसेरा है। ♥️ Challenge-571 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।