ये सांसें भी अब शिथिल हो गई है,आपके जाने पर ये आंखें भी बहुत नम हैं आपके जनाजे पर दिल की धड़कनों में भी एक तनाव का दर्द है वो भी उठ जाता है कभी हंसनें या रोने पर BY RAVI PRATAP PAL FOR SURYA mere dost par