इश्क है या है मोहब्बत, प्यार इसी का नाम है, गर किसी से हो जाए, उस पर सब कुछ कुर्बान है । वैलेंटाइन के दिन उसने मुझको फूल बनाया था, फूलों का एक गुलदस्ता मैंने उसको भिजवाया था, पहले हां फिर किया मना, फिर कहती तू अंजान है, बाहर मिलना घर मत आना, घर पर तू मेहमान है साथ निभाने से क्या होता, मेरे भी अरमान हैं गर किसी से.....! मेरी बात मान ले तू भी, इश्क ये मेरा सच्चा है, चाहता हूं के मान जा अब तो, कह दे तू भी अच्छा है, तुझको जान से ज्यादा माना, तू ही मेरी शान है, तुझमें ही अब बसते मेरे, आन, बान और प्रान है, मैं हूँ एक सितारा छोटा, तू सारा आसमान है, गर किसी से...! मान गयी बातें वो मेरी, गुस्सा सारा छोड़ दिया, जैसे उसने तोड़ा था, पल में दिल फिर से जोड़ किया, मन नहीं जीता तूने मेरा जीत लिया जहान है । मैं हूँ तेरी चांदनी, तू चाँदनी की जान है, चेहरा है या कोई खिले गुलाबों का उद्यान है...!, गर किसी से...! #NojotoQuote #nojotoagra #IshqHaiYaHaiMohabbat इश्क है या है मोहब्बत ❤️ © #AvdheshSGMittal✍️