मत चल, मेरे साथ, तू अपने साथ चल, मत रंग, मेरी दुनियां तू अपनी दुनियां रंग। मेरा पड़ाव, सामने है, तेरा है बहुत दूर, कदम बढ़ा, तेज -तेज ये मेरी सांझ है। हाँ! चाहे तो, ये थैला ले जा, 'अनुभव', व 'ठोकरें', भरी हैं इसमें, विकट स्थिति में फंसो, तो ये तेरे काम आयेगी। जीवन! जियो, धीरे-धीरे , हर पल में, जीवन खोजो, आगे बढ़ो समय पढ़ो, इधर तो समय थम गया। ✍️... ©Tara Chandra Kandpal #मार्गदर्शन