पतंग , उड़ जाऊं आसमां में ख़्वाबों के संग ... बंधी हुई एक प्रेम की डोर ,जो खींचे मुझे जमीं की ओर ..! मै मनमौजी पतंग , ढेरों सुकून और खिलखिलाता बचपन.....! ना रोके कोई बंदिशें , ना रखूं कोई माथे पर शिकन ..!! इठलाऊं सबकी खुशियों के संग , पहचान मेरी बनी रहे ख़ुद रंग ....!- A.r हवाओं का रुख जिस ओर मोड़े ज़िन्दगी , मुड़ कर उस ओर इक नई राह बनाऊं ..!! मै मनमौजी पतंग सूरज को आंख दिखाऊं , अपनी मलंग रूह के संग जमीं आसमां को एक कर जाऊं ..!! मैं मनमौजी... #मनमौजी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi