खुदा की रहमतों का, जब देता है सबको तो बेहिसाब देता है, छोटा पड़ जाता है दामन उस फ़कीर का, भी जो दुआ सबको सुबह और शाम देता है, हिसाब तो क़ीमत का रखा जाता है जनाब, जो देता है खुले हाथ उसका रहमतों का, हिसाब कौन रखे..... Rate it guys एक ख़ूबसूरत #collab 𝐅𝐢𝐥𝐥𝐢𝐧𝐠s 𝐋𝐢𝐟𝐞 की ओर से। #कौनहिसाबरखे #yourquoteandmine #khuda #thoughts #mywritings #mereshabdonkajahan #nikhil_kaushik Collaborating with YourQuote Didi