Nojoto: Largest Storytelling Platform

हम तुम मिले थे चले थे कहाँ से, चली थी ये नदियाँ हव

हम तुम मिले थे चले थे कहाँ से,
चली थी ये नदियाँ हवाएँ जहाँ से,
कहाँ आ गए हम कहाँ तुम गये हो,
कहाँ ज़िंदगी आ गयी है कहाँ से,
कभी ये महकता चहकता था गुलशन,
तो आई ये आँधी ख़िज़ाएं कहाँ से,
सुनाई है देता तुम्हें तो बताओ,
हमें आ रही हैं सदाएँ कहाँ से,
कल तक यहाँ आसमाँ नहीं था,
कहो आ गई कहकशाएं कहाँ से,
हमेशा मुझे मुस्कुराने को कहते,
बताओ तुम्हीं मुस्कुराएं कहाँ से। हम तुम 
प्रेम के क़ैदी।
#हमतुम #collab #yqdidi  #yourquoteandmine
Collaborating with YourQuote Didi
हम तुम मिले थे चले थे कहाँ से,
चली थी ये नदियाँ हवाएँ जहाँ से,
कहाँ आ गए हम कहाँ तुम गये हो,
कहाँ ज़िंदगी आ गयी है कहाँ से,
कभी ये महकता चहकता था गुलशन,
तो आई ये आँधी ख़िज़ाएं कहाँ से,
सुनाई है देता तुम्हें तो बताओ,
हमें आ रही हैं सदाएँ कहाँ से,
कल तक यहाँ आसमाँ नहीं था,
कहो आ गई कहकशाएं कहाँ से,
हमेशा मुझे मुस्कुराने को कहते,
बताओ तुम्हीं मुस्कुराएं कहाँ से। हम तुम 
प्रेम के क़ैदी।
#हमतुम #collab #yqdidi  #yourquoteandmine
Collaborating with YourQuote Didi
sanu7233911295746

सानू

New Creator