• गालिब साहब ने अर्ज यूं कहा _ एक शब्द है ( मोहब्बत ) इसे कर के देखो तुम, तड़प ना जाओ तो कहना एक शब्द है ( मुकद्दर ) इससे लड़कर देखो तुम हार ना जाओ तो कहना एक शब्द है ( वफा ) जमाने में नहीं मिलती कही ढूंढ पाओ तो कहना एक शब्द है ( आँसू ) दिल में छुपा कर रखो तुम्हारी आँखों से ना निकल जाए तो कहना, एक शब्द है ( जुदाई ) इसे सह कर तो देखो तुम टूट कर बिखर ना जाओ तो कहना, एक शब्द है ( ईश्वर ) इसे पुकार कर तो दिखा सब कुछ पा ना लो तो कहना..... ══━━━━━✥ ❉ ✥━━━━━══ © pk Arun Kumare Daware अरुण कुमार #feelings