कास तुम हमारी तकलीफ न बढ़ाते, तुमने पढ़ लिया था पर हमें इश्क़ न पढ़ाते, मौत के मंजर में कच्चे दिल वालों को न ले जाते, सही था तेरा फैसला पर होंठो से तो पहले लगाते, हम बनारस का घाट होते और तुम नदी बन जाते, कास होता ऐसा की हम तुम में हमेशा के लिए रम जाते।। राहुल छतरपुरिया #disturbed_soul